विश्व हिंदी दिवस का आयोजन मेदान में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय, भारतीय प्रवासी संघ मेदान एवं नेशनल ब्रिगेडजेन कटम्सो स्कूल के सहयोग से शुक्रवार, 10 जनवरी, 2025 को उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक अध्ययन संकाय के सभागार में मनाया।
इस कार्यक्रम में उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय की प्रो. डॉ. पोपी अंजेलिसा ज़ैतुन हसीबुआन, वाइस रेक्टर मुख्य अतिथि, उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक विज्ञान की डीन, प्रो. डॉ. ड्रा. टी. थिरहाया ज़ीन एवं अन्य वरिष्ठ प्रोफेसरों, मीडिया के सदस्यों सहित वासपडा न्जूय की अध्यक्ष श्रीमती रेवाती एवं आरआरआई तथा अन्य न्यूज एजेंसियों के विभिन्न प्रतिनिधि आदि प्रमुख हस्तियों का स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम में श्री एंडी कृष्णपुत्रा, नैशनल ब्रिगेडजेन काटाम्सो स्कूल के फाउंडर एवं अध्यक्ष, श्री आशीष शर्मा, IEAM (भारतीय प्रवासी संघ मेदान) के अध्यक्ष भी शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक विज्ञान की डीन, प्रो. डॉ. ड्रा. टी. थिरहाया ज़ीन के स्वागत भाषण से हुआ। इसके बाद कौंसुल जनरल श्री रवि शंकर गोयल ने अपना संबोधन प्रस्तुत किया तद्परांत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय की प्रो. डॉ. पोपी अंजेलिसा ने अभिभाषण दिया।
इस कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति और पारस्परिक-सांस्कृतिक समझ और भाषा विनिमय को बढ़ाने के उद्देश्य से, हिंदी भाषा में भाषण दिए गए, हिंदी कविताएं और हिंदी गीत सुनाए गए। उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय के छात्र, नेशनल ब्रिगेडजेन कटम्सो स्कूल के छात्र और भारतीय प्रवासी संघ मेदान के सदस्यों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। दर्शकों की हौसला बढ़ाने के लिए स्वयं वाइस कौसुल श्री सुरेन्द्र कुमार ने एक हिंदी कविता का वाचन किया। श्री आशीष शर्मा, IEAM (भारतीय प्रवासी संघ मेदान) के अध्यक्ष ने हिंदी भाषा को बढ़ावा देने संबंधी अपनी बात रखी एवं एक कविता का वाचन किया। उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रहमदशिया ने अपने वक्तव्य में भारतीय संस्कृति, समरसता, विविधिता आदि का उल्लेख हिंदी भाषा में किया।
भारतीय कौंसुल जनरल, श्री रविशंकर गोयल ने इंडोनेशिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय के सहयोग करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। कौंसुल जनरल, श्री रविशंकर गोयल ने कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सभी प्रतिभागियों और योगदानकर्ताओं के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। इस कार्यक्रम में उत्तर सुमात्रा विश्वविद्यालय के लगभग 100 छात्रों सहित 200 से अधिक गणमान्य लोगों ने भाग लिया।